मेरी यादो मे तुम हो, या मुझ मे ही तुम हो मेरे खयालो मे तुम हो, या मेरा खयाल ही तुम हो दिल मेरा धडक के पूछे, बार बार एक ही बात मेरी जान मे तुम हो, या मेरी जान ही तुम हो
मैं क्या हूँ ,कैसा हूँ ,जमाना सब जाने खुली किताब सा जीवन हर कोई पहचाने नेकी हो सदा मन में ,हो लबों पर प्रेम तराने खुशियाँ बांटू सबको ,गम के किस्से हो पुराने
उसी की तरह मुझे सारा ज़माना चाहे वो मेरा होने से ज़्यादा मुझे पाना चाहे मेरी पलकों से फिसल जाता है चेहरा उसका ये मुसाफ़िर तो कोई और ठिकाना चाहे एक बनफूल था इस शहर में वो भी न रहा कोई अब किस के लिए लौट के आना चाहे
चल पड़ते है कदम जिस तरफ़ तेरी याद मिले हर सफ़र का हो कोई मकाम ज़रूरी तो नही बगिया लगती है खुबसूरत, हसीन फूलों से खुशबू बिखेरे वोह तमाम ज़रूरी तो नही बहेकने के लिए तेरा एक खयाल काफी है सनम हाथो मे हो फ़िर से कोई जाम ज़रूरी तो नही
मोहब्बत से, इनायत से, वफ़ा से चोट लगती है बिखरता फूल हूँ, मुझको हवा से चोट लगती है मेरी आँखों में आँसू की तरह इक रात आ जाओ तकल्लुफ़ से, बनावट से, अदा से चोट लगती है
मोहब्बत से, इनायत से, वफ़ा से चोट लगती है बिखरता फूल हूँ, मुझको हवा से चोट लगती है मेरी आँखों में आँसू की तरह इक रात आ जाओ तकल्लुफ़ से, बनावट से, अदा से चोट लगती है
तुम्हारे प्यार में हम बैठें हैं चोट खाए जिसका हिसाब न हो सके उतने दर्द पाये फिर भी तेरे प्यार की कसम खाके कहता हूँ हमारे लब पर तुम्हारे लिये सिर्फ दुआ आये
टूटे हुए दिल ने भी उसके लिए दुआ मांगी मेरी साँसों ने हर पल उसकी ख़ुशी मांगी न जाने कैसी दिल्लगी थी उस बेवफा से के मैंने आखिरी ख्वाहिश में भी उसकी वफ़ा मांगी
जितना तुमने समझा उतनी दूर नहीं थे हम टूट गए थे लेकिन चकनाचूर नहीं थे हम क्या हो जाता तुमने मुड़कर "देख" लिया होता शायद तुमको दिल से ही "मंजूर" नहीं थे हम
तुझे चिठ्ठीयां नहीं करवटो की नकल भेजेंगे अब चादर के नीचे कार्बन लगाने लगे हैँ हम एक ख्वाहिश है मेरी, पूरी हो इबादत के बगैर वो आकर लिपटे मुझसे, मेरी इजाजत के बगैर.
लोहे की एक छोटी सी छड का मूल्य होता है 250 रूपये... इससे घोड़े की नाल बना दी जाये तो इसका मूल्य हो जाता है 1000 रूपये इससे सुईयां बना दी जायें तो इसका मूल्य हो जाता है 10,000 रूपये इससे घड़ियों के बैलेंस स्प्रिंग बना दिए जायें तो इसका मूल्य हो जाता है 1,00,000 रूपये आपका अपना मूल्य-- इससे निर्धारित नहीं होता कि आप क्या है बल्कि इससे निर्धारित होता है कि आप में खुद को क्या बनाने की क्षमता है.