जिसकी चाहत मे हमने सारी दुनियॉ भुला दी
उस शखस ने दो पल मे ही हमारी हसती मिटा दी.
मिटा तो हम भी सकते थे पहचान उसकी दिल से
पर उसकी मासूमियत को देखकर हमने
अपनी ये आरजू भी भुला दी.
उस शखस ने दो पल मे ही हमारी हसती मिटा दी.
मिटा तो हम भी सकते थे पहचान उसकी दिल से
पर उसकी मासूमियत को देखकर हमने
अपनी ये आरजू भी भुला दी.
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